गेहूं की MSP पर खरीद : सरकार द्वारा गेहूं की विशिष्टताओं में छूट , किसानों से अब दागी गेहूं की खरीद का आदेश

Rahul Patidar
8 Min Read

गेहूं की MSP पर खरीद पर दागी गेहूं की भी खरीद होगी

राज्य सरकार की ओर से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य(Minimum Support Price) पर खरीद की जा रही हैं।हमारे देश के कई राज्यों में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 1 अप्रैल से खरीद शुरू हो गई हैं। किसान मंडियों में गेहूं की फसल की बिक्री के लिए लाने लगे हैं।गेहूं का बाजार मूल्य , न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) से अधिक होने से बहुत कम किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपने गेहूं की बिक्री कर रहे हैं।कई किसान बाजार में व्यापारियों को गेहूं की बिक्री कर रहे हैं जिससे उन्हें काफी अच्छा लाभ प्राप्त हो रहा हैं।इसके बावजूद भी अब गेहूं की बिक्री न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करने के लिए किसान गेहूं मंडी ला रहे हैं।गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में धीरे-धीरे तेजी हो रही हैं।इसी क्रम में सरकार ने किसान भाइयों से चमक विहीन(दागी) गेहूं की खरीद का आदेश दे दिया हैं।अब किसान भाई न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) पर अपने चमक विहीन(दागी) गेहूं की भी बिक्री कर सकते हैं।इससे किसान भाइयों को फायदा होगा।आइए , मीडिया 1 द्वारा सरकार द्वारा चमक विहीन(दागी) गेहूं की खरीद के आदेश से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।

किसानों को क्यों दी गई चमक विहीन(दागी)गेहूं की बिक्री पर छूट

गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) पर बिक्री के लिए राज्य में निर्देशों के अनुसार सहकारी समितियां द्वारा चमक विहीन(मामूली दागी) गेहूं की खरीद नहीं की जा रही थी।इसके अतिरिक्त जिन समितियों द्वारा चमक विहीन(मामूली दागी) गेहूं की खरीद की गई थी उसे भारतीय खाद्य निगम(Food Corporation of India) ने वापस कर दिया था जिससे किसान परेशान थे।इस कारण किसान संगठनों ने राज्य सरकार से चमक विहीन(मामूली दागी) गेहूं की खरीद की मांग की थी।राज्य सरकार ने किसानों की इस मांग को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय उपभोक्ता मामले खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय(Ministry of Consumer Affairs, Food and Public Distribution) , नई दिल्ली के संयुक्त आयुक्त(S & R) द्वारा जारी आदेशों में गेहूं की सरकारी खरीद में गेहूं की विशिष्टताओं में छूट प्रदान करते हुए चमक विहीन(मामूली दागी) गेहूं की खरीद में छूट दी हैं।इस प्रकार अब राज्य सरकार किसानों से चमक विहीन(मामूली दागी) गेहूं की खरीद करेगी।

किस कीमत पर होगी चमक विहीन गेहूं की खरीद

रबी विपणन सीजन 2024-25 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) पर खरीद में विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार मध्य प्रदेश में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण सरकार ने गेहूं के समान विशेषताओं में छुट के साथ किसानों से चमक विहीन(मामूली दागी) गेहूं की खरीद का निर्णय लिया हैं। विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देश के अनुसार पूरे मध्य प्रदेश में किसानों से 30% तक प्रभावित दानों वाले चमक विहीन(मामूली दागी) गेहूं को बिना किसी मूल्य को कम किए खरीदा जाएगा।खरीदे हुए इन गेहूं को ढेर में रखा जाएगा और इसका आंकलन अलग से किया जाएगा।किसान भाई अब चमक विहीन(मामूली दागी) गेहूं की बिक्री सहकारी समितियां को कर सकेंगे।गेहूं की खरीद में दिए गए मापदंडों के तहत खरीदे गए गेहूं के भंडार का प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जाएगा।गेहूं के खरीद में दी गई इस छूट के कारण किसी भी प्रकार की वित्तीय या परिचालन प्रभाव की जिम्मेदारी राज्य सरकार की रहेगी।इसके अतिरिक्त भंडारण के समय खरीदे गए गेहूं की भंडारण की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी होती हैं तब उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी मध्य प्रदेश राज्य सरकार की रहेगी।केंद्र सरकार के इस निर्णय द्वारा राज्य के लाखों किसानों की समस्या का समाधान हुआ हैं।

गेहूं खरीद के लिए इससे पूर्व क्या थे निर्देश??

रबी सीजन 2024-25 में गेहूं की सरकारी खरीद में भारतीय खाद्य निगम(FCI) के निर्देशों के अनुसार गोदाम स्तर और समिति स्तर पर गेहूं की खरीद में मापदंड और गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करने का निर्णय लिया गया था किंतु जांच-पड़ताल के समय प्राप्त किए गए गेहूं के भंडार के नमूनों का विश्लेषण करने पर इसे मापदंडों के अनुसार नहीं पाए जाने पर भारतीय खाद्य निगम(FCI) ने इसे वापस भेज दिया था। भारतीय खाद्य निगम((Food Corporation of India) ने समिति को जिम्मेदार बताया।इस कारण समिति प्रबंधकों ने उपार्जन केन्द्रों पर उपज की तुलाईं बंद कर दी थी जिससे किसान काफी चिंतित थे।किसानों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने गेहूं के समान विशेषताओं में छुट के साथ गेहूं की खरीद से संबंधित किसानों की समस्या को दूर किया हैं।

सीजन 2024-25 में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP)

सीजन 2024-25 में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) या सरकारी मूल्य प्रति क्विंटल 2275 रुपए निर्धारित किया गया हैं।गेहूं की खेती करने वाले किसानों को इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में प्रति क्विंटल 150 रुपए अधिक प्राप्त होंगे क्योंकि इससे पूर्व के वर्ष में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य(Minimum Support Price)प्रति क्विंटल 2125 रुपए था।

इस समय गेहूं की MSP पर खरीद के आंकड़े क्या हैं??

गेहूं की रबी सीजन 2024-25 में न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) पर खरीद में गेहूं उत्पादक 10 राज्यों में से सिर्फ 5 राज्यों में ही गेहूं की खरीद हो रही हैं।विभाग के निर्देशों के अनुसार गेहूं की बिक्री न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करने के लिए गेहूं में नमी की मात्रा 12% से अधिक नहीं होना चाहिए।खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 9 अप्रैल तक देश में सिर्फ 8 लाख मीट्रिक टन(7,74,759 लाख मीट्रिक टन) की खरीद हुई हैं। गेहूं की इस खरीद में 92% से अधिक गेहूं की खरीद मध्यप्रदेश में की गई हैं।हमारे देश में गेहूं के उत्पादन की दृष्टि से मध्यप्रदेश का दूसरा स्थान हैं।पहला स्थान पंजाब का हैं किंतु पंजाब में अभी तक गेहूं की सरकारी खरीद प्रारंभ नहीं हुई हैं।इसी प्रकार हरियाणा में भी गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) पर खरीद नहीं हो रही हैं।हरियाणा राज्य में दस्तावेजों में गेहूं की खरीद प्रारंभ हो गई हैं किंतु किसान गेहूं को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिक्री के लिए मंडी नहीं ला रहे हैं।गेहूं की नमी के कारण भी गेहूं की बिक्री नहीं हो रही हैं।सरकारी बिक्री के लिए किसान मंडी में गेहूं लेकर आ रहे हैं किंतु खरीद केंद्र पर नमी के कारण उनके गेहूं की बिक्री नहीं हो पा रही हैं और उनकी उपज को वापस किया जा रहा हैं।इसके अतिरिक्त इसका सबसे मुख्य कारण यह भी हैं कि बाजार में गेहूं का मूल्य , न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) से अधिक हैं।

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