गेहूं की MSP पर खरीद : गेहूं की MSP पर खरीद शुरू , किसानों को नहीं मिल रहा उचित मूल्य

Rahul Patidar
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जानिए , गेहूं की MSP पर खरीद और बिक्री से संबंधित जानकारी..

राज्य सरकार की ओर से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) पर खरीद की जा रही हैं।हमारे देश के कई राज्यों में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 1 अप्रैल से खरीद शुरू हो गई हैं।पिछले सीजन में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल लगभग 2125 रुपए था।गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य इस वर्ष प्रति क्विंटल 2275 रुपए हैं जो पिछले वर्ष की तुलना में 150 रुपए अधिक हैं।इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश और राजस्थान राज्य में गेहूं पर अधिलाभ(Bonus) की घोषणा की गई हैं।इसके बाद भी किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की बिक्री नहीं कर रहे हैं। किसान अपनी फसल की बिक्री व्यापारियों को कर रहे हैं।इसके पीछे सबसे मुख्य कारण गेहूं के बाजार भाव में वृद्धि हैं।गेहूं का बाजार भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक हैं।इस वर्ष मंडियों में गेहूं का मूल्य प्रति क्विंटल 2300 से 2350 रुपए तक हैं।देश की अधिकतम मंडियों में गेहूं का मूल्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) से अधिक हैं।इस स्थिति में किसान गेहूं की बिक्री न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ना करके व्यापारियों को कर रहे हैं।इस वर्ष सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद लक्ष्य पूरा करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं।
यदि उत्तर प्रदेश राज्य की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद प्रारंभ हो गई हैं किंतु किसान बिक्री नहीं कर रहे हैं।इसी प्रकार अन्य राज्यों में भी सरकारी केंद्र पर गेहूं की बिक्री कम हो रही हैं।आइए , मीडिया 1 द्वारा गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) पर खरीद और वर्तमान में चल रहे गेहूं के मूल्य से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।

गेहूं के बाजार भाव में हुई अचानक तेजी

ऑनलाइन मंडी मार्केट कमोडिटी के मुताबिक वर्तमान में बाजार मूल्यों के अनुसार उत्तरप्रदेश की मंडियों में गेहूं का सबसे अधिक बाजार मूल्य प्रति क्विंटल 2650 रुपए रहा।गेहूं का औसत मूल्य प्रति क्विंटल लगभग 2415 रुपए हैं जबकि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) या सरकारी मूल्य प्रति क्विंटल 2275 रुपए हैं जो बाजार मंडी मूल्य से कम हैं।आने वाले दिनों में गेहूं के भाव में और तेजी आने की संभावना हैं।

गेहूं के बाजार भाव में तेजी से किसानों में खुशी का माहौल

गेहूं के बाजार भाव में तेजी से किसानों में खुशी का माहौल हैं। किसानों के अनुसार इस वर्ष गेहूं का बाजार भाव काफी अच्छा हैं।सरकारी खरीद केंद्रों पर गेहूं की बिक्री के लिए पंजीयन कराना होता हैं इसके पश्चात् टोकन प्राप्त होता हैं।फसल की तौल के लिए भी कई दिनों तक खरीद केंद्र और अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ते हैं किंतु इस वर्ष बाजार में मंडियों में फसल का मूल्य अच्छा होने से बिना किसी समस्या के फसल की बिक्री अच्छे मूल्य पर हो रही हैं।किसानों को उनकी फसल का अच्छा मूल्य मिल रहा हैं।सबसे अच्छी बात यह हैं कि फसल का अच्छा मूल्य मिलने के साथ ही बिना किसी समस्या के फसल की बिक्री किसान भाई मंडियों में कर रहे हैं।इस बाजार मूल्य पर फसल की बिक्री से किसानों को अच्छा लाभ प्राप्त होने की उम्मीद हैं।

गेहूं की खरीद का लक्ष्य पूर्ण करने में समस्या

अमेठी जिला विपणन अधिकारी के अनुसार गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) पर खरीद के लिए खरीद केंद्र बनाए गए हैं।अभी गेहूं की खरीद नहीं हो पाई हैं।गेहूं के बाजार में भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) से अधिक हैं।इस स्थिति में सरकार को गेहूं की खरीद का लक्ष्य पूर्ण करने में समस्या आ सकती हैं।

उत्तरप्रदेश की मुख्य मंडियों में गेहूं के भाव

आगरा मंडी – प्रति क्विंटल 2380 से 2550 रुपए
अकबरपुर मंडी – प्रति क्विंटल 2570 से 2650 रुपए
अलीगढ़ मंडी – प्रति क्विंटल 2400 से 2500 रुपए
अमरोहा मंडी – प्रति क्विंटल 2470 से 2480 रुपए
इटावा मंडी – प्रति क्विंटल 2425 से 2520 रुपए
इलाहाबाद मंडी – प्रति क्विंटल 2400 से 2650 रुपए
झांसी मंडी – प्रति क्विंटल 2400 से 2500 रुपए
पीलीभीत मंडी – प्रति क्विंटल 2350 से 2445 रुपए
बरेली मंडी – प्रति क्विंटल 2300 से 2375 रुपए
मैनपुरी मंडी – प्रति क्विंटल 2315 से 2335 रुपए
रायबरेली मंडी – प्रति क्विंटल 2365 से 2400 रुपए
लखनऊ मंडी – प्रति क्विंटल 2470 से 2570 रुपए
लखीमपुर मंडी – प्रति क्विंटल 2350 से 2425 रुपए
वाराणसी मंडी – प्रति क्विंटल 2385 से 2475 रुपए सहारनपुर मंडी – प्रति क्विंटल 2380 से 2550 रुपए

हरियाणा में भी शुरू हुई न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद

हरियाणा में भी 1 अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य(Minimum Support Price)पर गेहूं की खरीद शुरू हो गई हैं।इसके लिए राज्य में कुल 417 खरीद केंद्र बनाए गए हैं।हरियाणा में 4 खरीद एजेंसियों HAFED(हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति और विपणन संघ लिमिटेड) , HSWC(Haryana State Warehousing Corporation) , FCI(Food Corporation of India) और खाद्य , नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा फसलों की खरीद की जाएगी।इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में गेहूं की अधिक आवक होने की संभावना हैं।इस स्थिति में खरीद केंद्रों पर सभी प्रकार की व्यवस्था की गई हैं। राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष भी किसानों को गेहूं की खरीद का भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में किया जाएगा।फसल खरीद का भुगतान इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से 48 से 72 घंटे के अंदर किसान के खाते में कर दिया जाएगा।

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