मक्के और गन्ने की खेती : मक्के और गन्ने की खेती के लिए मिलेगा अनुदान , होगा किसानों को लाभ

Rahul Patidar
7 Min Read

जानिए , मक्के और गन्ने की खेती पर कितनी मिलेगी सब्सिडी और क्या होगा लाभ

मक्का व गन्ना की खेती करने वाले किसान भाइयों के लिए एक अच्छी खबर हैं।राज्य सरकार की ओर से मक्का और गन्ना की खेती करने वाले किसान भाइयों को अनुदान(Subsidy) का लाभ दिया जाएगा।राज्य में मक्का और गन्ना की पैदावार और खेती के क्षेत्र में वृद्धि के उद्देश्य से किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा।फसलों के उत्पादन क्षेत्र में वृद्धि के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा कई प्रकार की योजनाएं संचालित की जाती हैं।इसी क्रम में मक्का और गन्ना की खेती को बढ़ावा देने के लिए मक्के और गन्ने की खेती पर अनुदान का लाभ दिया जाएगा।इस योजना की खासियत है कि इसमें मक्का की अलग-अलग किस्म के हिसाब से अनुदान का लाभ दिया जाएगा।सरकार द्वारा संचालित इस योजना से राज्य के किसानों को फायदा होगा।आइए , मीडिया 1 द्वारा मक्का और गन्ने की खेती पर मिलने वाले अनुदान(Subsidy) से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।

मक्का व गन्ना किसानों के लिए सरकार की योजना क्या हैं??

मक्का और गन्ना किसानों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा योजना का संचालन किया जा रहा हैं।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में मक्के और गन्ने की खेती को बढ़ावा देने के साथ ही किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा हैं। इसी क्रम में सरकार एक नई योजना का संचालन करने जा रही हैं।इस योजना से मक्के और गन्ने की पैदावार में वृद्धि के साथ ही किसानों के आय में भी वृद्धि होगी।इस योजना के तहत एक लाभार्थी को अधिकतम 2 हेक्टेयर की सीमा तक अनुदान(Subsidy) का लाभ दिया जाएगा।इस योजना से राज्य के लगभग 2 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की खेती और 11 लाख मिट्रिक टन से अधिक मक्के की उपज में वृद्धि होगी।राज्य के प्रत्येक जिले के किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं।सरकार की इस योजना से राज्य के मक्का और गन्ना किसानों का काफी फायदा होगा।

इन किसानों को होगा इस योजना का फायदा

कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी की ओर से जारी किए गए शासन निर्देश के अनुसार इस योजना का लाभ राज्य के सभी जिलों के किसानों को दिया जाएगा।इस योजना के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत मक्का फसल के लिए मुख्य रूप से चयनित राज्य के जिले जैसे – कन्नौज , उन्नाव , बलिया , हरदोई , गोंडा , एटा , कासगंज , ललितपुर , बुलंदशहर , बहराइच और फर्रुखाबाद आदि 13 जिले चयनित हैं। इस योजना के मुख्य घटक जैसे – संकर मक्का बीज वितरण , संकर मक्का प्रदर्शन और मेज सेलर को क्रियान्वित नहीं किया जाएगा क्योंकि यह जिले राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना में भी सम्मिलित हैं।

मक्का की खेती पर कितना मिलेगा अनुदान ??

मक्के की खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजना की खासियत यह हैं कि इसमें मक्के की विभिन्न किस्म के हिसाब से अनुदान(Subsidy) का लाभ दिया जाएगा।हाल ही में हुई कैबिनेट की बैठक में कृषि विभाग उत्तर प्रदेश की ओर से इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई हैं।इसके पश्चात् इस योजना को संचालित करने से संबंधित शासन द्वारा निर्देश दे दिए गए हैं।उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से इस योजना का संचालन 4 वर्ष के लिए किया जाएगा।इस योजना के तहत संकर मक्का , देशी मक्का , पॉपकॉर्न मक्का का की खेती हेतु सरकार की ओर से किसानों को प्रति हेक्टेयर 2400 रुपए के हिसाब से अनुदान का लाभ दिया जाएगा।बेबी कॉर्न मक्का की खेती के लिए सरकार की ओर से किसानों को प्रति हेक्टेयर लगभग 16000 रुपए का अनुदान प्राप्त होगा। इसके अतिरिक्त स्वीट मक्का की खेती के लिए सरकार की ओर से किसानों को प्रति हेक्टेयर 20000 रुपए का अनुदान प्रदान किया जाएगा।

उत्तरप्रदेश में गन्ने की खेती के लिए कितनी मिलती है सब्सिडी??

उत्तरप्रदेश में गन्ने की खेती के लिए भी किसानों को अनुदान(Subsidy) का लाभ दिया जाता हैं।गन्ने की खेती करने वाले किसानों को राज्य सरकार की ओर से भूमि उपचार , पेड़ी प्रबंधन और गन्ना बीज के लिए किसानों को प्रति हैक्टेयर कुल 900 रुपए का अनुदान प्रदान किया जाता हैं।इससे पूर्व इस योजना में भूमि उपचार , पेड़ी प्रबंधन और गन्ना बीज के लिए भिन्न-भिन्न अनुदान प्रदान किया जाता था।

मक्के का अधिक उपयोग किस कार्य में होता हैं??

धान और गेहूं की खेती के पश्चात् मक्का की खेती का भी एक मुख्य स्थान है।मक्के की खेती की खासियत यह हैं कि सिंचाई की सुविधा होने पर मक्का की खेती तीनों सीजन में की जा सकती हैं।मक्का का उपयोग खाद्य सामग्री के अतिरिक्त मुख्य रूप से पोल्ट्री में मुर्गी दाना , पशु चारा और प्रोसेस्ड फूड आदि में किया जाता हैं।इसके अतिरिक्त इसका उपयोग एथेनॉल बनाने में भी किया जाने लगा हैं।मक्के के उपयोग में निरंतर वृद्धि के कारण इसकी बाजार मांग भी में भी वृद्धि हुई हैं।मक्के के बढ़ते उपयोग के कारण मक्के की खेती भी किसानों के लिए फायदेमंद हैं।मक्के की खेती से भी किसान भाई काफी अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।

उत्तरप्रदेश में मक्के के उत्पादन से संबंधित आंकड़े

उत्तरप्रदेश में मक्के के उत्पादन से संबंधित आंकड़ों की बात की जाए तो मक्के का उत्पादन वर्ष 2021-22 में लगभग 14.67 लाख मीट्रिक टन था।वित्तीय खरीफ सीजन 2022-23 में मक्के का उत्पादन 6.97 लाख हैक्टेयर में लगभग 14.56 लाख मीट्रिक टन , वित्तीय रबी सीजन 2022-23 में मक्के का उत्पादन 0.10 लाख हैक्टेयर में लगभग 0.28 लाख मीट्रिक टन और रबी सीजन 2022-23 में मक्के का उत्पादन लगभग 0.49 लाख हैक्टेयर में 1.42 लाख मीट्रिक टन हुआ था। वर्तमान में राज्य में लगभग 11 लाख मिट्रिक टन से अधिक मक्के की उपज बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं।

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