गेहूं की खेती : गेहूं की इस किस्म की करें खेती और पाए प्रति क्विंटल 8000 का भाव

Rahul Patidar
8 Min Read

जानिए , गेहूं की इस किस्म से संबंधित जानकारी..

गेहूं एक रबी के मौसम की फसल हैं। खाद्य फसलों में अपना विशेष स्थान रखता है। हमारे देश में सामान्यत सभी क्षेत्रों में गेहूं के सामान्य किस्म बोई जाती हैं। गेहूं का लगभग 97% क्षेत्र भारत का सिंचित क्षेत्र हैं। हमारे देश में में गेहूं की खेती से संबंधित राज्य मध्यप्रदेश , उत्तर प्रदेश , पंजाब और हरियाणा हैं। गेहूं की विभिन्न किस्में हैं जो भरपूर पैदावार देती हैं।गेहूं की इन किस्म में एक किस्म ऐसी है जिसकी खेती पूर्व से होती आ रही हैं।गेहूं की इस किस्म का नाम सोना-मोती किस्म हैं।गेहूं की यह एक पुरानी किस्म हैं।इसकी खेती हमारे देश में पूर्व से होती आ रही हैं।इस किस्म की खासियत यह हैं कि इसकी गुणवत्ता के कारण इसके बाजार भाव अच्छे मिल जाते हैं।पिछले वर्ष गेहूं की इस किस्म का पंजाब राज्य में प्रति क्विंटल 8000 रुपए का भाव रहा था।इस किस्म की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद हो सकती हैं।गेहूं की यह किस्म शुगर फ्री होने के कारण डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद हैं।गेहूं की यह किस्म स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होने के साथ ही बाजार में इसकी कीमत भी अच्छी मिल जाती हैं।किसान भाई गेहूं की किस्म की खेती करके काफी अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।सरकार की ओर से भी राज्य के किसानों को इस किस्म के गेहूं की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं और राज्य सरकार की ओर से किसानों को इसका बीज भी उपलब्ध कराया जा रहा हैं।आइए , मीडिया 1 द्वारा गेहूं की सोना-मोती किस्म से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।

गेहूं की सोना-मोती किस्म की क्या है खासियत??

गेहूं की सोना-मोती किस्म एक प्राचीन किस्म हैं।इसकी खेती पूर्व से होती आ रही हैं।गेहूं की यह किस्म स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हैं।गेहूं की सोना-मोती किस्म की खासियत इस प्रकार हैं-

  • गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती कम उपजाऊ भूमि पर भी सरलता पूर्वक की जा सकती हैं।
  • गेहूं की सोना-मोती किस्म एक परंपरागत किस्म हैं।इस किस्म में जलवायु परिवर्तन और रोगों का प्रकोप भी कम देखा गया हैं।
  • गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती से लागत में कमी आएगी क्योंकि इस किस्म की खेती जैविक और प्राकृतिक तरीके से करने पर रासायनिक और कीटनाशकों के भारी लागत में बचत कर सकते हैं।
  • गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती में कम सिंचाई की आवश्यकता होती हैं।इस किस्म की खेती में 3 सिंचाई की आवश्यकता होती हैं जबकि गेहूं की साधारण किस्म में 5 से 6 सिंचाई की आवश्यकता होती हैं।
  • गेहूं की सोना-मोती किस्म में अन्य किस्म की तुलना में 3 गुना अधिक फोलिक एसिड की मात्रा पाई जाती हैं।फोलिक एसिड गर्भवती महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद माना जाता हैं और साथ ही यह बालों को भी मजबूत बनाता हैं।
  • गेहूं की सोना-मोती किस्म में खनिज और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं।इस किस्म में 26% से अधिक खनिज और 40% से अधिक प्रोटीन की मात्रा पाई जाती हैं।

गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती से संबंधित राज्य

गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती वर्तमान में किसान कम करते हैं किंतु कई राज्यों के किसान इस किस्म की खेती कर रहे हैं और काफी अच्छा लाभ प्राप्त कर रहे हैं जैसे – मध्य प्रदेश , पंजाब , हरियाणा , बिहार और झारखंड आदि।
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के एक किसान वल्लभ पाटीदार ने गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती करके काफी अच्छा लाभ प्राप्त किया हैं।किसान वल्लभ पाटीदार के अनुसार गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती उन्होंने रासायनिक खाद और कीटनाशक का उपयोग ना करके तरीके से की हैं।गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती से उन्हें लगभग 15 क्विंटल उत्पादन प्राप्त हुआ हैं।किसान के अनुसार गेहूं की इस किस्म में 3 सिंचाई की आवश्यकता होती हैं जबकि गेहूं की अन्य किस्म में 5 से 6 सिंचाई की आवश्यकता होती हैं।

गेहूं की सोना-मोती किस्म से प्राप्त उपज

गेहूं की सोना-मोती किस्म से प्राप्त उपज की बात की जाए तो इस किस्म की खेती जैविक और प्राकृतिक तरीके से करने पर गेहूं की दूसरी किस्म की तुलना में अधिक उपज प्राप्त होती हैं।गेहूं की सोना-मोती किस्म से प्राप्त औसत उपज प्रति एकड़ 12 से 15 क्विंटल तक होती हैं।

गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती से प्राप्त मुनाफा

गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती कई राज्यों के किसान कर रहे हैं और काफी अच्छा लाभ प्राप्त कर रहे हैं।गेहूं की यह किस्म शुगर फ्री होने के कारण इस किस्म की बाजार मांग काफी हैं। किसान भाई इसकी खेती करके काफी अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।पिछले वर्ष पंजाब राज्य में गेहूं की सोना-मोती किस्म का भाव प्रति क्विंटल 8000 रुपए रहा था।किसान भाई गेहूं की इस किस्म की खेती करके काफी अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।किसान भाई गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती के बारे में और अधिक जानकारी के लिए इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं-
संपर्क के लिए नंबर : 6267086404

गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती के लिए बीज कहां से मिलेगा??

गेहूं की सोना-मोती किस्म की खेती के लिए किसानों को बीज सहजता से प्राप्त हो सकें , इसके लिए कृषि विभाग ने बिहार राज्य बीज निगम लिमिटेड को इसकी ज़िम्मेदारी दी हैं।किसानों को गेहूं की इस किस्म का बीज राज्य बीज निगम लिमिटेड के माध्यम से उपलब्ध होगा।

सोना-मोती गेहूं की खेती के लिए किसानों को किया जा रहा है प्रोत्साहित

गेहूं की परंपरागत किस्म सोना-मोती की खेती के लिए बिहार सरकार की ओर से राज्य के किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।राज्य के कृषि विभाग द्वारा गेहूं की सोना-मोती किस्म के बीजों के उत्पादन को बढ़ावा देने का फैसला किया गया हैं।इसी क्रम में राज्य के बेगूसराय और गया जिले के एक-एक कृषि प्रक्षेत्र में गेहूं की इस किस्म की खेती कराई जाएगी।राज्य के बेगूसराय के कुंभी में 8 हैक्टेयर क्षेत्र और गया की खिरियावां में 6 हैक्टेयर क्षेत्र में उसकी खेती कराई जाएगी।इसके लिए बेगूसराय के कुंभी और गया की खिरियावां राजकीय बीज गुणन प्रक्षेत्र में बीज उत्पादन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।इसके अतिरिक्त अन्य स्थानों पर गेहूं की इस किस्म की खेती के लिए बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

Spread the love
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *