किसानों के लिए खुशखबरी : 31 मार्च तक ऋण चुकाने वाले किसान भाइयों को ब्याज पर सब्सिडी का लाभ

Rahul Patidar
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जानिए , किन किसानों को मिलेगी ब्याज पर सब्सिडी

किसानों द्वारा कृषि कार्यों में बड़ी मात्रा में खर्च किया जाता हैं इसलिए किसानों को अपने कृषि कार्यों के लिए नकदी की आवश्यकता होती हैं।प्रत्येक किसान के पास पर्याप्त नकदी नहीं होती हैं।इस स्थिति में किसान ऋण(Loan) लेकर अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं। किसानों के इस समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा किसानों को प्रत्येक रबी ओर खरीफ सीजन में ब्याज मुक्त फसल ऋण योजना के तहत सहकारी समिति के माध्यम से ऋण उपलब्ध किया जाता हैं।इस योजना के अनुसार समय पर ऋण का भुगतान करने पर किसान दोबारा ब्याज मुक्त फसल ऋण ले सकते हैं।खरीफ फसल ऋण 2023 के चुकाने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 ते की गई है इसलिए जिन किसान भाइयों ने पूर्व खरीफ सीजन में फसल ऋण लिया था उन्हें 31 मार्च 2024 तक चुकाना होगा।इस वर्ष पूर्व के वर्ष के समान फसल ऋण चुकाने की अंतिम तिथि को आगे नहीं बढ़ाया गया हैं।जोधपुर में किसानों ने सरकार से फसल ऋण चुकाने की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की हैं किंतु सरकार की ओर से इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई हैं।इस स्थिति में किसानों को ऋण चुकाने की तय अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 तक ऋण का भुगतान करना होगा।आइए , मीडिया 1 द्वारा फसल ऋण(Loan) से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।

किसानों को ऋण चुकाने को लेकर क्या हैं समस्या??

राजस्थान राज्य के जोधपुर में खरीफ सीजन 2023 में लगभग 60 हजार किसानों ने लगभग 400 करोड रुपए का फसल ऋण(Crop Loan) लिया था।किसानों को यह ऋण केन्द्रीय सहकारी बैंक(Central Cooperative Bank) की ओर से GSS (Green, Social & Sustainability Loans) के माध्यम से दिया गया था।सहकारी समितियों के माध्यम से जिले के लगभग 94 हजार किसानों को फसल ऋण दिया गया था जिसमें से 34 हजार किसानों ने ऋण चुका दिया हैं।इस सीजन में पर्याप्त बारिश नहीं होने पर खेतों में खड़ी फसल को नुकसान हुआ था।इस स्थिति में किसानों के सामने ऋण चुकाने को लेकर एक बड़ी चुनौती हैं।किसानों को विभाग की ओर से ऋण चुकाने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 तय की गई हैं।किसानों के अनुसार फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP)पर खरीद 15 अप्रैल से प्रारंभ होगी ऐसे में किसानों के लिए 31 मार्च 2024 तक ऋण का भुगतान करना एक चुनौती हैं।

निर्धारित अंतिम तिथि पर ऋण नहीं चुकाने पर हो सकती है कार्रवाई

राजस्थान सरकार की ओर से प्रत्येक वर्ष खरीफ सीजन में ब्याज मुक्त फसल ऋण योजना के तहत किसानों को ऋण(Loan) दिया जाता हैं।इस योजना के अनुसार समय पर ऋण का भुगतान करने पर किसान दोबारा ब्याज मुक्त फसल ऋण ले सकते हैं और उन्हें ब्याज से मुक्त होने का लाभ भी मिल जाता हैं।यदि समय पर ऋण का भुगतान नहीं होता हैं तब ऋण अवधि पार की श्रेणी में सम्मिलित हो जाता हैं जिसमें किसानों को पूरे वर्ष ब्याज और पेनल्टी सहित मूलधन का भुगतान करना होता हैं और पुराना ऋण चुकाने के पश्चात् ही किसानों को नया ऋण दिया जाता है।

फसल ऋण पर कितना प्रतिशत लगता हैं ब्याज??

फसल ऋण पर बैंक की ब्याज दर 9% होती है किंतु सहकारी समिति को इसमें 2% तक छूट दी जाती हैं।इस प्रकार सहकारी समिति से मिलने वाले ऋण की ब्याज दर 7% होती हैं।सरकार की ओर से ब्याज मुक्त फसल ऋण योजना के तहत किसानों को फसल ऋण बिना ब्याज के प्रदान किया जाता हैं।यदि किसान तय अंतिम तिथि तक ऋण का भुगतान कर देते हैं तब उन्हें कोई ब्याज नहीं देना होता है।यदि समय पर ऋण का भुगतान नहीं होता हैं तब ऋण अवधि पार की श्रेणी में सम्मिलित हो जाता हैं जिसमें किसानों को पूरे वर्ष ब्याज और पेनल्टी सहित मूलधन का भुगतान करना होता हैं।

किसानों की सरकार से ऋण भुगतान की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग

राजस्थान राज्य में सरकार द्वारा किसानों से ऋण भुगतान की अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 तय की गई हैं।राज्य में पिछली गहलोत सरकार ने खरीफ सीजन के ऋण जमा करने की तिथि को 30 जून 2023 तक बढ़ाया था किंतु इस वर्ष भजनलाल सरकार ने अभी तक खरीफ फसल ऋण 2023 की भुगतान की अंतिम तिथि आगे नहीं बढ़ाई हैं और सरकार की ओर से इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई हैं।इस स्थिति में किसानों को ऋण चुकाने की तय अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 तक ऋण का भुगतान करना होगा।किसानों ने सरकार से फसल ऋण चुकाने की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की हैं।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारतीय किसान संघ ने अल्पकालीन सहकारी फसल ऋण भुगतान की अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 से बड़ा कर 30 जून 2024 करने की मांग की हैं।इसके लिए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक को पत्र भेजा गया हैं और साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मुख्य सचिव को भी इस मांग से संबंधित पत्र भेजा गया हैं।

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